मनाली की वो रातें😳😱😳😱(Part –3)
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कहीं फैशनपरस्त जिंदगी
तो कहीं जिंदगी में बेचारगी की मौजूदगी
फटे वस्त्रों में तन दिखता है
तो कहीं तन दिखने के लिए वस्त्र फटता है
आधुनिकता की होड़ तो देखो
फटी जींस ऊंचे दामों पे बिकती है
और उस गरीब की फटी धोती किसी को नजर नहीं आती है
फटी जींस आधुनिकता
तो इन चिथड़ों से झांकती जिंदगी की भी दास्तां है
किसी धागे से दूरी तो किसी धागे से नजदीकी
ये फटी जींस दिखा रहे हैं आधुनिकता की झांकी
दूसरी तरफ इन बेचारों के चीथड़े
या इनके पैबंद लगे कपड़े
तस्वीर है समाज की
आने वाले कल और आज की
विडंबना है समाज की
गरीब के फटे कपड़े बदहाली की पहचान बनते हैं तो
अमीरों के फटे कपड़े फैशन की शान बनते हैं
फटे कपड़ों की अजीब है कहानी
कभी गरीबी की कहानी तो
कभी हैवानियत की जुबानी
कभी दिखता है मेहनत का रंग तो
कभी बन जाता है फैशन के संग
ये तस्वीर है हमारे समाज की
आने वाले कल और आज की।।
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