मनाली की वो रातें😳😱😳😱(Part –3)
...
सीधा– साधा दिल
हो गई है मुश्किल
थी जिंदगी उसकी बेपरवाह
हर फिक्र को उड़ा रहा था वह
पर अचानक क्या हुआ
एक एहसास दिल के अंदर आया
आते– जाते डगर पे
नज़रें पड़ी किसी पे
आंखों से आंखें टकराईं
दिल की घंटी घनघनाई
हर दिन करता था उसका इंतजार
दिल ढूंढता था बार– बार
ना अक्श देखा,ना नाम पूछा
बस उसका मुस्कराना लगा अच्छा
क्या था,क्या बन गया
ख्वाब देखना ही दस्तूर हो गया
उसे देखकर मुस्कराता था
उसकी जुल्फों में पनाह मांगता था
पर कभी दिल की बात जबान तक ना आई
शायद हो जाती मुहब्बत की रुसवाई
मन में डर था अजीब
इकतरफा प्यार बन जाय ना नसीब
लबों की खामोशी का वादा
तुझे खफा करने का ना कोई है इरादा
उस दिन का मंजर
निगाहें बन गईं समुंदर
हाथों में हाथ डाले
देखा किसी और के साथ
आइना चटका
मगर खामोशी के साथ
वो शख्स जो कभी मेरा था ही नहीं
उसने मुझे खुद का भी होने नहीं दिया
तेरे इश्क में जाने कितने ख्वाब पिरोए
एक सदी तक जागे तो
कभी एक सदी तक सोए
बेशक तू आगे जा रही है
पर तेरी परछाईं के साथ कदम मेरी भी बढ़ रही है
तू नहीं आसपास
पर एक एहसास है
वक्त जाता महसूस होता है
तेरा साया दूर दिखाई देता है
सीधा– साधा दिल
अब किसी पे एतबार है मुश्किल।
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😍😍👌👌
😊
Ati sundar 💖💖
Thanks
Niccee..