स्पंदन
निम्मी! अरी! ओ निम्मी, कहां रह गई है रे, आवाज देते हुए मिताली ने बिस्तर से उठने की कोशिश की, पर उसकी बीमारी ही उसकी सबसे बड़ी दोस्त साबित हुई। कम से कम साथ तो न...
गतांक से आगे….✍️✍️
अगली सुबह सब फ्रेश होकर उठे। रवि और विजय के साथ जो रात में घटनाएं घटी, उसे उन्होंने महज एक वहम माना था और उस बात को तेजस के सामने ना बताने का निश्चय किया, वरना वह बाल की खाल निकालने लग जाता। अभी हाल की ही तो बात है, ऑफिस में कहीं से उसे पता चल गया कि बॉस का किसी से अफेयर चल रहा है,बस तेजस ने दिन–रात एक कर दिया था ये पता लगाने में कि कौन है वो लड़की और बॉस का क्या सीन चल रहा है।
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मनाली की वो रातें😳😱😳😱(Part –2)
क्योंकि बॉस की कमजोरी उसे पता लग गई थी,सो उसका काम बिना अटके हुए हो जाता। खैर,सबको बहुत तेज भूख लगी थी,कल रात से किसी ने कुछ खाया नहीं था,सो सभी लोग तैयार होकर नीचे उतरने लगे नाश्ता करने । हैरत से सब ने देखा कि हॉल लोगों से भरी पड़ी है। कहां रात का सन्नाटा और कहां अभी लोगों की भीड़।
देखा! मैंने कहा था ना कि ठंड के कारण सभी अपने-अपने कमरों में दुबके होंगे, इसलिए सन्नाटा पसरा हुआ था, कहते हुए सभी ने तेजस की तरफ उपहास की दृष्टि से देखा पर तेजस तो कहीं खोया हुआ था।
पता नहीं क्यों सामने के दृश्यों पे उसका यकीन ही नहीं हो रहा था। उसने रिसेप्शन की तरफ नजर डाली तो दो लड़कियां बैठी सभी की समस्याओं का समाधान करती नजर आई। तेजस रात वाले काले कपड़े पहने हुए आदमी को ढूंढने लगा। उसने कई लोगों से इस बारे में पूछताछ भी की,पर सभी निरुत्तर थे।
सभी नाश्ता करने के लिए बैठ गए,बस तेजस ही अपनी जगह पर यंत्रवत खड़ा था। अरे भाई! आ भी जा,क्या सोच रहा है,रवि ने आवाज देते हुए उसका ध्यान भंग किया। एकाध घंटे में बुक की हुई गाड़ी आने वाली थी। केवल होटल की गतिविधियां तो ये लोग देखने नहीं आए थे ना। 7 दिन के ट्रिप में सभी कुछ पूर्वनिश्चित था, कहां घूमना है, कैसे जाना है,सभी कुछ तय था।
तेजस ने चारों तरफ नजरें दौड़ाई तो सभी लोग बातों में मशगूल नज़र आए। इधर उसके दोस्त भी अपने– अपने फोन पे बिजी थे। लड़कियां सेल्फी और पाउट बनाकर सोशल मीडिया पे पोस्ट करने में लगी हुई थी।
एक वही था,जिसके दिमाग में हज़ार सवाल एक साथ चल रहे थे। यार! यह लाइक, शेयर, कमेंट के जमाने ने सब कुछ बदल डाला है।पहले लोग तैयार होते थे तो परिवार वालों से पूछते कि कैसा लग रहा हूं। लेकिन अभी का तो आलम यह है कि आप कितने सुंदर और स्मार्ट हैं, इसका निर्णय आप नहीं, आपके इंस्टाग्राम पे डाले गए फोटो तय करेंगे और साथ में फॉलोअर्स भी।
तभी तेजस के सामने एक वेटर पता नहीं कैसे अचानक से आकर खड़ा हो गया और उसके दार्शनिक अंदाज़ में खलल आ गई। यह सब सोचकर तेजस मन ही मन हंस रहा था। चीजों को गहराई से समझना उसके स्वभाव में था, इसलिए तो उसके दोस्त उससे भागते रहते थे।
कहां से आया, किधर से आया, कुछ समझ नहीं पाया तेजस। उसने कागज की एक चिट उसे पकड़ाई और बिना कुछ कहे हुए चला गया। अजीब आदमी है,ना बोला,ना कुछ कहा,बस ये पकड़ाकर चला गया। देखता हूं,क्या है इसमें।
उसमें लिखा हुआ था, होटल के पीछे वाले भाग में आकर मुझसे मिलो। यह पढ़कर तेजस हैरत में पड़ गया। ना वह यहां किसी को जानता है और ना ही कोई उसे, फिर यह लिखने का क्या तुक है। और मुझे ही क्यों? तभी मानसी की आवाज ने उसे पीछे से चौंका दिया।
यार ! मैं जरा कमरे से होकर आती हूं, मेरी सेल्फी स्टिक वहीं रह गई है, बिना उसके हमारे पोज सोशल मीडिया पे आयेंगे कैसे,हंसते हुए उसने तेजस की तरफ देखा और सीढियों की तरफ बढ़ गई।
मानसी ने कमरे का दरवाजा खोला तो बाथरूम में पानी गिरने की आवाज आ रही थी। ये प्रिया ना,एकदम लापरवाह है, नल खुला ही छोड़ दिया,कहते हुए वह बाथरूम में घुसी। अंदर जाते ही आवाज़ आनी बंद हो गई। बाथरूम भी सूखा हुआ था।
अपने दिमाग को recall करते हुए मानसी बाथरूम से बाहर निकली,तो बिस्तर पे एक लड़की को बैठे देख चौंक पड़ी। अरे!तुम कौन हो और अंदर कैसे आई । मानसी को देखते ही वह लड़की उठकर उसकी ओर आगे बढ़ने लगी।
उसने बोला कि मैं इधर से गुजर रही थी,तुम्हारा कमरा खुला देखा तो मुझे लगा कि किसी को मदद की जरूरत होगी, बस यही सोचती हुई अंदर आ गई। अगर तुम्हें अच्छा नहीं लगा तो चली जाती हूं,ऐसा कहते हुए वह जाने का उपक्रम करने लगी।
मानसी असमंजस की अवस्था में थी,क्योंकि उसे ये तो पक्का याद था कि उसने दरवाजा अंदर से बंद किया था,फिर यह लड़की अंदर आई तो आई कैसे?🤔 कौन है यह लड़की? वास्तविकता और वहम में अंतर क्यों नहीं पता चल रहा है सभी को,ये जानने के लिए पढ़ें मेरी कहानी का अगला भाग……
क्रमश…✍️✍️
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😢