मनाली की वो रातें😳😱😳😱(Part –5)
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गतांक से आगे….✍️✍️
मानसी को असमंजस🙍 की अवस्था में खड़ी देख वह लड़की दरवाजे की ओर बढ़ने लगी तो मानसी ने पीछे से आवाज देकर उसे रोका। जब आ ही गई हो तो अपना नाम तो बताओ। आपस में परिचय कर लेते हैं। तुम इस होटल की पहली इंसान हो,जिससे हमारी बात हो रही है,वरना यहां तो कोई दिखाई ही नहीं दिया था कल। आज कम से कम लोग तो दिखाई दे रहे हैं।
फिर दोनों में परिचय हुआ। उसका नाम निशा
एक ही जगह के रहने वाले लोग इसी तरह से एक दूसरे से दोस्ती करने को उतावले रहते हैं। निशा आनाकानी करने लगी,पर मानसी के दबाव ने उसे मजबूर कर दिया। निशा बहुत खूबसूरत थी,बिल्कुल अपने नाम से अलग उसका रंग और नूर था।
मानसी तो उसे बस देखते ही जा रही थी, तभी मानसी के फोन में कोई मैसेज आया, देखा तो समीर का था। अब आ भी जाओ नीचे, हमें बाहर भी तो निकलना है। मानसी को हड़बड़ाते देख निशा ने उसे गुड बाय बोला और कमरे से निकल गई । उसके पीछे– पीछे जल्दी से मानसी भी नीचे उतरने लगी ।
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मनाली की वो रातें😳😱😳😱(Part –3)
तलाश(वैंपायर लव–स्टोरी)अंतिम भाग
अरे! निशा इतनी जल्दी कहां चली गई, ऐसा प्रतीत होता है कि छूमंतर हो गई हो। चल भाग! मानसी बहुत देर हो गई है, नहीं तो तेरे सारे दोस्त तुझे छोड़ेंगे नहीं, बड़बड़ा रही थी वो।
प्रिया– कितनी देर लगा दी मानसी, सभी तेरा इंतजार कर रहे हैं। फिर मानसी ने कमरे में घटी सारी कहानी बताई और निशा के बारे में भी बताया। यार! कितनी खूबसूरत थी वो लड़की। नजरें उसके चेहरे से हट ही नहीं रही थी।
रवि ने सबको आवाज देकर इकट्ठा किया और फिर सभी मेन गेट की ओर बढ़ चले। होटल के बाहर मौसम बहुत सुहाना लग रहा था। अभी पहली बार सबने होटल को ऊपर से नीचे तक देखा। बड़े– बड़े अक्षरों में लिखा हुआ नीलांचल नाम होटल की स्थिति की सही व्याख्या कर रहा था, मतलब चारों तरफ पेड़– पौधे और उनके बीच में स्थित यह होटल।
तीन मंजिला होटल और चारों तरफ शांति, ऐसा लग रहा था कि अपने अंदर बहुत सारी कहानियों को समेटे हुए है यह होटल। इनके अलावा और किसी को बाहर नहीं जाना था, तभी तो सारे लोग अंदर ही बैठे थे।
तेजस ने ऊपर से नीचे तक होटल की ओर सरसरी निगाह डाली, तभी उसे सबसे ऊपर वाली मंजिल पे वही काले कपड़ों वाला आदमी दिखा और उसने तेजस की ओर हाथ भी हिलाया। बदले में तेजस ने भी हाथ हिलाया।
विजय– यह किसे देखकर हाथ हिला रहा है🤔। ऊपर तो कोई नहीं है। जब तेजस ने बोला कि काले कपड़ों वाला वो आदमी ऊपर की मंजिल पर खड़ा है तो उसकी बातों को सुनकर सब ने ऊपर की तरफ नजर दौड़ाई और हंसने लगे।
क्योंकि वहां कोई नहीं था। प्रिया– यार! तेजस तू कैसी बहकी– बहकी बातें कर रहा है। इस आदमी के पीछे आखिर पड़ा ही क्यों है? हम लोग घूमने आए हैं यहां, कोई गड़े मुर्दे उखाड़ने नहीं, कहते हुए उसका हाथ पकड़ा और आगे बढ़ने लगी।
अरे यार!कैब वाले ने फिर से कैंसिल मार दिया। पीछे से समीर चिल्लाकर बोला कि रात वाली बात भूल गया क्या? कितना मुश्किल से कोई cab वाला तैयार हुआ था और वह भी हम लोगों को यहां होटल के पास नहीं उतारा बल्कि यहां से हटकर हम लोग उतरे थे और वो भी ज्यादा पैसे देकर।
हो सकता है, इतनी अंदर नहीं आती हो कोई गाड़ी। चलो सब,थोड़ा walk करके सड़क पे जाकर गाड़ी बुक करते हैं। फिर सब आगे बढ़ने लगे। विजय बहुत अपसेट दिख रहा था🙁। बाकी लोग मस्ती करने में लगे हुए थे। कोई मोबाइल से फोटो खींच रहा था तो कोई कैमरे में दृश्य कैद करने लगा।
देख! कितना सुखद दृश्य है🌲🌄🌩️⛈️! रवि ने मुंह बनाए हुए विजय को हंसाने की कोशिश की। अभी तक अपने अलावा कोई इंसान नहीं दिखा इनलोग को। समीर,वो समीर, अब कैब बुक कर, हम लोग होटल से बहुत आगे तक आ गए हैं। क्या पैदल ही सैर करवाएगा,कहते हुए तेजस हंसने लगा।
10 मिनट के बाद उनके सामने गाड़ी खड़ी थी। गाड़ी में बैठते ही तेजस ने cab वाले से पूछा कि आपलोग इस होटल के नाम पे इतना cancellation क्यों मारते हो?
इस प्रश्न पे cab वाले के चेहरे पे हवाइयां उड़ने लगी😳😳। उसके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला🤐। अरे भैया! मैं आपसे बातें कर रहा हूं और आप कुछ बोल क्यों नहीं रहे हो?
आगे जानने के लिए पढ़ें मेरी कहानी का अगला भाग……
क्रमश:……..✍️✍️
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🧟😱😱