तलाश(वैंपायर लव–स्टोरी)अंतिम भाग
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10 दिन हो गए थे मुझे ICU में भर्ती हुए,पर मेरी तबियत दिनों– दिन बिगड़ती ही जा रही थी।शरीर का एक –एक हिस्सा मशीनों से जकड़ा हुआ था।उस वार्ड में सभी लोग जिंदगी और मौत से ही तो खेल रहे थे।मेरी आंखों के सामने तीन लोगों ने अपनी जिंदगी से पनाह मांगी।मौत का नजारा तो यहीं मिलता है।
उस दिन मेरी तबियत थोड़ी ठीक नहीं लग रही थी।पत्नी हमेशा सुबह– शाम आती रहती थी।बेचारी को देखकर कभी अफसोस भी होता कि मैंने उसे किस बंधन में बांध दिया है।अचानक से मेरी सांस उखड़ने लगी।उस समय मैं जिंदगी के बाद की दुनिया को महसूस करने लगा।
मैंने देखा कि डॉक्टर ने मेरे मुंह को सफेद चादर से ढंक दिया है।मेरी पत्नी वहीं आंसू बहा रही है,पर मैं उसके आंसुओं को पोंछने में असमर्थ था।पता नहीं क्यों , मैं चीजों को छू सकने में असमर्थ था।डॉक्टर
मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि लोग मुझे अनसुना क्यों कर रहे हैं। मैं तो जिंदा हूं पर मेरे शरीर के साथ क्यों लिपट कर रो रहे हैं। उनलोगो के साथ बढ़ते बढ़ते मैं शमशान घाट पहुंच गया।अब क्या करने वाले हैं ये लोग मेरे साथ।फिर मेरे शरीर को अग्नि के हवाले कर दिया गया।चिल्लाते– चिल्लाते मैं थक गया पर मेरी बातों को कोई नहीं सुन रहा था।अपने आप को जलते देख तब मुझे अहसास हुआ कि मैं तो मर चुका हूं।ये तो मेरी आत्मा है।मेरे परिवार के लोग मुझे याद करते हुए रोते –रोते घर पहुंचे।
मैं बदनसीब मोहपाश में बंध कर उनके पीछे–पीछे घर तक आ गया था।ना मैं किसी को दिखाई दे सकता था और ना ही छू सकता था।धीरे–धीरे दिन बीते, आज मेरा श्राद्ध था।मतलब मेरे शरीर की पूर्णाहुति। मैंने देखा कि घर के लोग अब सामान्य होने लगे थे।सही ही कहा गया है कि समय बड़े से बड़े घाव को भर देता है।मेरी तस्वीर पे माल्यार्पण किए जा रहे थे।वहीं पे बैठी मेरी पत्नी को सभी लोग सहानुभूति की नज़र से देखते हुए भी जा रहे थे।
जब सारे लोग चले गए, मैंने देखा कि मेरे मां –बाप एक –दूसरे से बात कर रहे थे कि प्रमिला मतलब मेरी पत्नी की खामोशी उनसे नहीं देखी जा रही है।इतनी बड़ी दुनिया में बेचारी अकेली कैसे रह पाएगी।अभी उसकी उम्र ही कया है?मतलब उसकी दूसरी शादी की बात कर रहे थे वे दोनों। मैंने एक ठंडी सांस ली। मौत है दूजा नाम जिंदगी का,सही ही कहा गया है।
आज मेरी अस्थियों का विसर्जन होने वाला था, अर्थात् पूर्ण शांति ।दुनिया की सच्चाई जानकर मुझे भी संतोष हो गया।अब मैं इस घर के मोह से दूर जा रहा हूं,किसी और शरीर की तलाश में–एक अंतहीन तलाश।
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Such an emotional story.. Got me goosebumps.. 😥
Heart touching story….😢😢
sadstory with real ending😢😢😢😭