आसरा उफ़ ! कितनी भयानक रात है, आसमान में रहकर बिजली🌧️⛈️ ऐसी कड़क रही थी मानों जमीन को निगल ही लेगी। पता नहीं सेवकराम ने खिड़कियां बंद की है या यूं ही खुली छोड़ दी। जरा जायजा ले लेती हूं, साथ में देख भी लूंगी कि बच्चे सोए हैं या नहीं। तबीयत भी थोड़ी ठीक नहीं लग रही है,कराहते […]
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