महानगरों में ज़िंदगी के भी कितने अलग -अलग रंग नज़र आते हैं | कोई ऊँची -ऊँची अट्टालिकाओं में रहता है ,तो किसी के घर एक -दो मंजिला होते हैं | कोई बस्ती में रहता है तो किसी के पास घर ही नहीं होता है | यहाँ मैं बात […]