एक अजन्मी बच्ची अपनी मां से गुहार लगाती हुई अपने करुण शब्दों में अपना दर्द बयां करती हुई यूं बोलती है —— हे मां!मुझे अपने से अलग नहीं करो मैं बोझ नहीं हूं ,यूं कोख में न मारो एक सवाल पूछती […]
एक अजन्मी बच्ची अपनी मां से गुहार लगाती हुई अपने करुण शब्दों में अपना दर्द बयां करती हुई यूं बोलती है —— हे मां!मुझे अपने से अलग नहीं करो मैं बोझ नहीं हूं ,यूं कोख में न मारो एक सवाल पूछती […]
कभी मीठी तो कभी सुहानी होती हैं बचपन की यादें नैराश्य जीवन में भी हमेशा गुदगुदी ला दे यादें बचपन की वो निश्चल वाली कभी धूल मिट्टी से सने हाथ, तो कभी टिद्दियों के पैरों में धागे बांधती वो हाथ शरारत वाली […]
एक छोटा सा कस्बा रामपुर, जो आज सफाई की प्रतिमूर्ति बना हुआ था। सुबह से आज हर जगह सफाई कर्मचारी कस्बे को साफ करने में लगे हुए थे।जो जगह कचरे फेंकने का स्थान समझा जाता था ,आज वहां गंदगी का एक तिनका भी नजर नहीं आ रहा था। कहीं-कहीं पे लोगों की कुछ […]
हादसे कभी बता कर नहीं आते हैं यह बात शुक्रवार के दिन बिल्कुल सटीक बैठती है। 8 मई को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में घटी घटना हमारी पूरी शासन प्रणाली को धड़ल्ले से अर्श से फर्श पर खड़ी कर देती है ।रोंगटे खड़े कर देने वाली यह वीभत्स घटना हमारे सामने […]
हाथ में सब्जी का थैला लिए जैसे ही शर्मा जी ने घर में दाखिला लिया,माथे पर आई शिकन को देखते ही श्रीमती जी ने झट से थैले को अपने हाथ में ले लिया । थैले से मुंह चिढ़ाती सब्जियां बाहर निकलने को इतना बेचैन हो रही थीं मानों शर्मा जी की परेशानी […]
Recent Comments