उस दिन रात में जोरों का तूफ़ान आया था।हवा सांय – सांय बह रही थी।सारे शहर में सन्नाटा पसरा था। बस एक ही घर ऐसा था जो अपने अंदर भी तूफ़ान समेटे हुए था। मुट्ठी में पड़े रेत की तरह रिश्ते भी फिसलते जा रहे थे। चारदीवारी के अंदर सारिका और सिद्धार्थ एक – […]
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