पहला सावन:अनहोनी की आशंकाओं के साथ

नीलिमा आज बहुत खुश लग रही थी। वैसे खुश होने वाली बात भी थी। तीन- चार महीने तो हुए ही थे शादी को। संजय और नीलिमा दोनों की अरेंजड मैरिज हुई थी, पर दोनों को देखकर लगता था कि कितने सालों से वे दोनों एक-दूसरे को जानते हैं।शादी के तुरंत बाद संजय नीलिमा को लेकर शहर चला गया था। पुलिस […]

कागज की नांव में भींगता बचपन

आज सुबह से ही सुगंधा अलसाई हुई थी। मौसम भी खराब था। लगातार होती बारिश के कारण आज उसका ऑफिस जाने का मन भी नहीं कर रहा था। उसकी छुट्टी को देखकर ही आदित्य ने भी छुट्टी कर ली। चलो बारिश के कारण ही सही ब्यस्त जिंदगी के कुछ पल तो साथ में नसीब हो ही गए दोनों को। वैसे […]

Nepotism

सुशांत सिंह की मौत के बाद देश में एक नई बहस छिड़ गई है।वैसे इस बहस का जो केंद्रबिंदु है,वो नया नहीं है।जी हां! मैं नेपोटिज्म की बात कर रही हूं,जो हमारे समाज में घुन की तरह घुसा हुआ है,जो शायद ही कभी निकल पाए।इससे पहले भी इसको लेकर जनता उपेक्षित होती रहती है।इक्का – दुक्का बार विरोध होते रहे […]

Screen के पीछे का सच👀👀

            जैसे ही मोबाइल पर बीप- बीप 📱📲 की आवाज हुई, आरव के हाथ तुरंत ही स्क्रीन की तरफ बढ़ गए। नए मैसेजेस को देखकर उसकी आंखें ऐसे चमकी, मानो उसे इस पल का इंतजार बेसब्री से था।                      आरव आगे की पढ़ाई के लिए शहर […]

पड़ोसियों की तांका – झांकी🤪🧐

हर दिन पत्नी के तानों को सुनने से अच्छा था कि चलों पार्क में थोड़ा दौड़ लगा ही लिया जाए। कम – से – कम गोल होते पेट का आकार तो कम हो ही जायेगा।ये जीभ भी ना स्वाद की गुलाम ही होती है।Healthy food इन्हें अच्छा ही नहीं लगता है। जूते पहने और शुरू हो गई मैराथन।वैसे अगर इन […]

जीवन के उतार – चढाव

ये कहानी कोई गल्प नहीं है,बल्कि किसी के भी जीवन में ये घटना घट सकती है। नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करें और वास्तविकता को परखें।हम – आप तो बस रस्सी से बंधे वैसे जीव हैं,जिसकी डोर किसी और के हाथों में है ।मेरा मतलब है कि मदारी तो कोई और नहीं एक ईश्वर ही है। हमें तो बस […]

बेटी की पाती पिता के लिए

         पिता और पुत्री का रिश्ता बहुत ही भावनात्मक होता है।बेटियां अपने पापा से ज्यादा जुड़ी होती हैं।ऐसे ही एक छोटी बच्ची अपने पापा के इंतजार में एक पाती लिखते हुए यूं अपनी भावनाएं व्यक्त करती है:::::::::::::::               मां के आंचल में खुद को समेटी हूं        पर पापा तुम्हारे […]

जिंदगी की राहें आसान नहीं होती

                जिंदगी की राहें आसान नहीं होती  नदियों की कल – कल करती ध्वनियां मिठास – सी भर देती हैं                        पत्ते की सरसराहट                  या मन की उकताहट               […]