जिंदगी मेरे घर आनाखुशी की एक थाप लगानाकुछ अधूरा सा लगता हैख्वाब भी जैसे सच सा लगता हैउलझनों का ताना बानाजिंदगी मेरे घर आनागुजरे हुए अतीत मेंभविष्य के स्पंदन की आशासामने बैठा वर्तमान देख रहा है तमाशावक्त है सबसे बड़ाजिसके आगे ना कोई हुआ है खड़ाहर लम्हों को खुलकर जीनाजिंदगी मेरे घर आनाकुछ दूर से कुछ करीब सेअब तक जो […]
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